मेरे दिल के करीब है ये कविता। मेरे दिल के करीब है ये कविता।
मां जब , मक्की की , रोटी बनाती कभी साग, कभी शलजम के साथ कितनी बार खायी, पर वैस... मां जब , मक्की की , रोटी बनाती कभी साग, कभी शलजम के साथ कितनी...
सबल श्रमिक हम वसुंधरा के, जगमग हिंदुस्तां,जब तलक हम हैं ।। सबल श्रमिक हम वसुंधरा के, जगमग हिंदुस्तां,जब तलक हम हैं ।।
इसीलिए तू चश्मा है लगाती, इसीलिए तू चश्मा है लगाती,
उसको नही पता बच्चों के किसी क्रेच के बारे में उसको नही पता बच्चों के किसी क्रेच के बारे में
कुत्ते को रोटी खिलाओगाय को पानी पिलाओराहगीर के लिए पानी और छाँव की व्यवस्था करोसही मायनों में आप अपन... कुत्ते को रोटी खिलाओगाय को पानी पिलाओराहगीर के लिए पानी और छाँव की व्यवस्था करोस...